शनिवार, 4 मार्च 2023
मेरठ:-चौधरी चरण सिंह जिला कारागार में होली के लिए बंदी चुकंदर, पालक, टेसू के फूलों, हल्दी से हर्बल गुलाल तैयार कर रहे हैं
मेरठ के चौधरी चरण सिंह जिला कारागार में होली के लिए बंदी हर्बल गुलाल तैयार कर रहे हैं। इस काम में हिंदू और मुस्लिम बंदी भी पूरा सहयोग कर रहे हैं। यह गुलाल जेल में आने वाले बंदियों के परिजनों के लिए तो उपलब्ध रहेगा। साथ ही, आउटलेट भी जेल के बाहर लगाया जाएगा।
ताकि नेचुरल रंगों का इस्तेमाल लोग होली के त्योहार पर कर सकें। बंदी यहां टेलकम पाउडर, आरारोट, सब्जियों के जूस से हर्बल गुलाल को बना रहे हैं। 100 ग्राम प्राकृतिक गुलाल की कीमत 10 रुपए है
मेरठ जेल के कैदी चुकंदर, पालक, टेसू के फूलों, हल्दी से हर्बल गुलाल तैयार कर रहे हैं। हर्बल गुलाल बनाने के लिए टेलकम पाउडर और अरारोट में पालक को पीसकर उसमें से हरा रंग निकाल कर मिलाया जा रहा है। इसी तरह मैथी को पीसकर हल्का हरा रंग,चुकंदर को पीसकर लाल रंग,हल्दी पाउडर का प्रयोग कर पीला गुलाल तैयार किया जा रहा है। गुलाल में सब्जियों, फूलों की प्राकृतिक खुशबू है। गुलाल जेल में उगने वाली सब्जियों से तैयार हो रहा है। टेलकम पाउडर बाजार से खरीदा गया है।
जिला जेल में बन रहा गुलाल आम लोगों तक पहुंचे इसके लिए भी जेल प्रशासन ने इंतजाम किए हैं। जेल में कैदियों के बनाए जा रहे गुलाल पर करीब 180 रुपए प्रति किलो की लागत आ रही है। इस गुलाल को 200 रुपए किलो के हिसाब से बिक्री किया जाएगा। गुलाल के 100-100 ग्राम के पैकेट जेल के मुख्य द्वार पर बिक्री के लिए उपलब्ध रहेंगे।
मेरठ के वरिष्ठ जेल अधीक्षक राकेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि कौशल विकास मिशन के तहत कैदियों को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। जिससे वह जब भी जेल से रिहा हों तो समाज के बीच रहकर अच्छा कार्य करते हुए अपने परिवार का पालन पोषण कर सकें। होली के शुभ अवसर पर कैदी सब्जियों से हर्बल गुलाल तैयार कर रहे हैं। ये पूरी तरह हर्बल है, जिससे त्वचा, आंखों, सांस को कोई नुकसान नहीं होगा। जेल में होलिकोत्सव भी मनाया जाएगा। उस दिन बंदियों को विशेष भोजन भी परोसा जाएगा।
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