गुरुवार, 30 मार्च 2023
शहीद स्मृति सभा द्वारा शहीदे आजम भगत सिंह , सुखदेव राजगुरू की याद में हाथी चौक राम भवन के प्रांगण में 48 वां अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया । कार्यक्रम की शुरूआत मुख्य अतिथि डा . डीवी ढिल्लो , कार्यक्रम अध्यक्ष डा . रविकांत भीष्म व नरेश गर्ग ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित एवं माल्यार्पण करके की । कवि सम्मेलन की विधिवत शुरूआत कवि रमेश रमण की सरस्वती वंदना से हुई
कवि सम्मेलन की शुरूआत में मेरठ से पधारे ओज के सशक्त हस्ताक्षर डा . सुदेश यादव दिव्य ने कुछ अलग ही अंदाज में अपनी कविताओं से श्रोताओं में जोश भर दिया , उन्होंने कहा- संभलकर बोलना हमसे बहुत मुंहजोर हैं हम भी , बुलंदी पर खडे हो तुम तो आता दौर हैं हम भी , डुबाने के सनम तेवर दिखाना सोचकर हमको , अगर दरिया तुम्हें कहते तो गोताखोर हैं हम भी । सुनाकर देर तक श्रोताओं को घनघोर तालियां बजाने पर मजबूर किया । टूण्डला से पधारे हास्य के कवि लटूरी लटठ ने कोरोना त्रासदी पर पैरोडी गीत सुनाकर खूब तालियां बटोरी गौंडा से पधारे कवि शिवाकांत विद्रोही अपने जोशीले तेवर से श्रोताओं में जोश भर दिया
कवियत्री प्रीति अग्रवाल ने बेटियों पर सुंदर गजल सुनाकर खूब वाहवाही लूटी । देश के जाने - माने हास्य के वरिष्ठ कवि हुक्का बिजनौरी ने देश में व्याप्त भ्रष्टाचार पर ऐसे तीखे तंज कसे कि श्रोता सोचने को मजबूर हो गए , उन्होंने सुनाया कि- मिलावट के दौर में हम इतने आगे निकल गये , कि कीडे मारने वाली दवा में भी कीडे पड गये । सुनाकर खूब वाहवाही लूटी । हरिद्वार से पधारे कवि भूदत्त शर्मा ने श्रृंगार के मधुर गीत सुनाकर श्रोताओं को खूब प्रेम की गंगा में डुबकी लगवाई । कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कवि रमेश रमण के गीतों ने श्रीताओं पर ऐसा जादू किया कि वन्स मोर ही होता रहा । देर रात तक चले कवि सम्मेलन में सभी अतिथियों को शॉल ओढाकर कर सम्मानित किया गया तथा भारत मूल के अस्टेलिया निवासी प्रशांत कुमार गोयल द्वारा लिखित व अराध्या प्रकाशन द्वारा प्रकाशित पुस्तक बुक आफ लाइफ और यज्ञ की पुस्तकें अतिथियों को कवि सुदेश यादव दिव्य द्वारा भेंट की गई । कार्यक्रम का संचालन दिल्ली से पधारे कवि चिराग जैन ने किया और कार्यक्रम का संयोजन भागीरथ शर्मा ने किया । कार्यक्रम को सफल बनाने में नंदकिशोर अग्रवाल व डा.पुरूषोत्तम पुष्प का सहयोग रहा ।
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