रविवार, 5 फ़रवरी 2023
सरसावा राजकीय मेडिकल कॉलेज पिलखनी में एक बार फिर से रैगिंग का मामला प्रकाश में आया है जहां सीनियर बैच के छात्रों ने 2022 बैच के छात्रों के साथ रैगिंग तथा विरोध करने पर मारपीट भी की। पुलिस ने मामले की जानकारी होने से इनकार किया है वहीं प्राचार्य ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है।
शनिवार की देर रात राजकीय मेडिकल पिलखनी के छात्रावासों में एक बार फिर से रैगिंग का खौफ नजर आया बताया जाता है कि एमबीबीएस सत्र 2019 के छात्र छात्रों का एक दल एमबीबीएस सत्र 2022 के छात्रों के छात्रावास में दीवार कूदकर घुस गया तथा 2022 के छात्रों की रैगिंग लेनी आरंभ कर दी।
बताया जाता है कि शुरुआत में मामला केवल रैगिंग का था लेकिन सीनियर छात्रों की रैगिंग सीमाएं तोड़ने लगी तथा मामला बढ़कर इतना हो गया कि सीनियर्स ने फ्रेशर छात्रों की पिटाई कर दी। बताया जाता है कि एक दर्जन से ज्यादा छात्रों के साथ मारपीट की गई जिसमें से कुछ छात्रों को ज्यादा चोटें आई हैं जब रैगिंग को लेकर हल्ला खड़ा तो सीनियर छात्र भाग निकले।
नाम ना छापने की शर्त पर एक छात्र ने बताया कि रात्रि में एंटी रैगिंग कमेटी को अनेकों फोन किए गए लेकिन किसी ने भी फोन नहीं उठाए जिसके बाद पीड़ित छात्रों ने कॉलेज के प्राचार्य डॉ अरविंद त्रिवेदी को मामले की शिकायत की।
इस संबंध में मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ अरविंद त्रिवेदी ने अमर उजाला को बताया कि मामला उनके संज्ञान में है तथा एंटी रैगिंग कमेटी मामले की जांच कर रही है जिसकी रिपोर्ट के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। वहीं सरसावा थाने के प्रभारी निरीक्षक योगेश शर्मा ने मामले की जानकारी होने से इनकार करते हुए कहा कि यदि पीड़ित छात्रों द्वारा कोई शिकायत की जाती है तो कार्यवाही की जाएगी।
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