शनिवार, 18 फ़रवरी 2023
हिमाचल की इस जगह पर यमराज का ऐसा मंदिर जहां जाने से कतराते हैं लोग बाहर से जोड़ लेते हैं हाथ,
कभी आपने यमराज के मंदिर बारे सुना है अगर नहीं तो आज भारत मैं इकलौते मंदिर यमराज मंदिर के बारे यमदूत आत्मा के मंदिर में ले चलते हैं और वही फैसला होता है आत्मा को स्वर्ग ले जाना है या नर्क में जैसा के आप सभी जानते हैं धनतेरस की पूजा की जाती है
उस दिन यमदेव के लिए दीया जलाए जाते हैं ऐसा माना जाता है कि इस दिन दीया जलाने से अकाल मृत्यु से इंसान बच जाता है लेकिन यह भी सच है पृथ्वी पर आने वाले व्यक्ति की एक दिन मृत्यु होनी है कहते हैं आत्मा को स्वर्ग नरक भेजने से पहले उन्हें धरती पर मौजूद एक मंदिर में ले जाया जाता है वही उसके पाप और पुण्य के हिसाब होता है उसी के बाद यमराज उस आत्मा को अपने साथ ले जाते हैं आप भी सोच रहे होंगे पृथ्वी पर ऐसा कौन सा मंदिर है जहां यमराज मरे हुए व्यक्ति को साथ ले जाते हैं आज हम आपको उस मंदिर के बारे बताते हैं
यह मंदिर हिमाचल प्रदेश भरमौर में स्थित है इस मंदिर के बारे कहते हैं यहां कई तरह के मान्यताएं हैं ऐसे भी कहा जाते हैं इस मंदिर से दूर रहने में ही सही समझते हैं बाहर से ही जम देवता के हाथ जोड़ लेते हैं देखने में आपको मंदिर घर की तरह दिखाई देगा आपको बता रहे हैं पूरी दुनिया में यमराज का इकलौता मंदिर है इस मंदिर के अंदर आपको एक खाली कमरा दिखाई देगा जिसके बारे कहते हैं जय चित्रगुप्त का कमरा है जब किसी की मौत होती है तो जम के दूत आत्मा लाने के जाते हैं उसके बाद आत्मा को चित्रगुप्त के पास चलाया जाता है जहां वह आत्मा के कर्मों का लेखा-जोखा लिखते हैं इसके बाद आत्मा को चित्रगुप्त के कमरे के सामने वाले कमरे में ले जाते हैं
और तब फिर इस बात का फैसला होता है कि व्यक्ति की आत्मा को स्वर्ग भेजा जाएगा या नर्क में कहते हैं इस मंदिर के चार द्वार हैं जो सोने, चांदी, तांबा और लोहे के बने हैं यमराज का फैसला आने के बाद यमदूत आत्मा को कर्मों के अनुसार स्वर्ग या नरक में ले जाते हैं गुरुर पुराण में भी यमराज के दरबार में चार दिशाओं मैं चार द्वार के बारे में बताया गया है
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