गुरुवार, 8 सितंबर 2022
गर्मियों में ही यूपी के कई शहरों में प्रदूषण का स्तर कई गुना बढ़ गया है। देश की राजधानी दिल्ली से NCR और वेस्ट यूपी की हवा जहरीली हो गई है। हवा में पीएम 2.5 (पर्टिकुलेट मैटर) का लेवल देश के दक्षिण भारत के शहरों से 3 गुना अधिक बढ़ गया है।मुजफ्फरनगर में सबसे ज्यादा वायु प्रदूषण दर्ज किया गया है। इस प्रदूषण के लिए यूपी में 61 फीसदी कम बारिश को बड़ी वजह बताया जा रहा है। दिल्ली की संस्था सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट यानी CSE ने 2022 की गर्मी में शहरों में प्रदूषण के स्तर पर सर्वे किया।मुजफ्फरनगर में सबसे ज्यादा वायु प्रदूषण दर्ज किया गया है। इस प्रदूषण के लिए यूपी में 61 फीसदी कम बारिश को बड़ी वजह बताया जा रहा है। दिल्ली की संस्था सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट यानी CSE ने 2022 की गर्मी में शहरों में प्रदूषण के स्तर पर सर्वे किया।
सर्वे में NCR और उत्तर प्रदेश की हवा सबसे जहरीली पाई गई है। CSE के राष्ट्रीय मूल्यांकन के अनुसार इस गर्मी में दिल्ली, NCR और पश्चिमी यूपी प्रदूषण का हॉटस्पॉट है। जहां पीएम 2.5 का लेवल देश के दूसरे शहरों से लगभग 3 गुना ज्यादा है। इसका बड़ा कारण हैवी ट्रैफिक, इंडस्ट्री और रेग्युलर कंस्ट्रक्शन वर्क के साथ इस बार 61% कम बारिश है।CSE के साइंटिस्ट सुपर्णो कहती हैं, "सर्दियों में सूरज की रोशनी कम होने के कारण हवा में हमें धुंध की चादर साफ दिखाई देती है। ये चादर पीएम 2.5 के कणों से बनी प्रदूषण की लेयर होती है। जो स्मॉग के रूप में हमें पूरी दिल्ली, NCR और वेस्टर्न यूपी के शहरों में दिखती है। गर्मियों में तेज धूप के कारण पीएम 2.5 के हानिकारक कण हवा में नजर नहीं आते। हमें लगता है आसमान साफ है। जो आंखों का धोखा है।"CSE ने अपने इस सर्वे में देश के 26 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 174 शहरों में फैले कंटीन्यूअस एम्बिएंट एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग सिस्टम यानी CAAQMS के तहत 356 आधिकारिक स्टेशनों से डेटा कैप्चर किया। इस डेटा के आधार पर शहर की गर्मी का लेवल और पॉल्यूशन लेवल का मिलान किया गया। इसके आधार पर तैयार सर्वे रिपोर्ट को सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की साइट पर अपलोड किया गया है।
CSE ने अपने इस सर्वे में देश के 26 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 174 शहरों में फैले कंटीन्यूअस एम्बिएंट एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग सिस्टम यानी CAAQMS के तहत 356 आधिकारिक स्टेशनों से डेटा कैप्चर किया। इस डेटा के आधार पर शहर की गर्मी का लेवल और पॉल्यूशन लेवल का मिलान किया गया। इसके आधार पर तैयार सर्वे रिपोर्ट को सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की साइट पर अपलोड किया गया है।उत्तर भारत में दिल्ली-NCR सबसे प्रदूषित उप-क्षेत्र पाया गया। दिल्ली-NCR के शहरों में गर्मियों में पीएम 2.5 का औसत बहुत अधिक दर्ज किया गया। शोधकर्ता अविकल के अनुसार रिसर्च में छोटे शहरों में पॉल्यूशलन लेवल हाई मिला। मुजफ्फरनगर पूरे यूपी में सबसे दूषित शहर निकला। यूपी में प्रदूषण के मामले में दूसरे नंबर पर गाजियाबाद है। तीसरे नंबर पर हापुड़, मेरठ, बुलंदशहर, बागपत हैं। जिनकी हवा में प्रदूषण का स्तर हाई है। देश में हरियाणा के भिवाड़ी में प्रदूषण काफी है।
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