शुक्रवार, 9 सितंबर 2022
बागपत जनपद में बड़ौत क्षेत्र के खेड़ा हटाना गांव में गुरुवार को दांगी खाप के चौधरी ओमपाल सिंह के निमंत्रण पर सर्वखाप पंचायत का आयोजन किया गया। जिसमें समाज सुधार और सामाजिक कुरीतियों को छोड़ने का संकल्प दिलाया। पंचायत में खेड़ा इस्लामपुर, सुल्तानपुर हटाना, राजपुर, खामपुर, लुहारी निनाना, बिहारीपुर सहित कई जगहों के दांगी खाप और सर्वखाप के पंचायत प्रतिनिधियों एवं खाप चौधरियों, थंबा चौधरियों ने भाग लिया। उधर, नरेश टिकैत ने कहा कि अंतर जातीय और लव मैरिज गलत है। परिवार की मर्जी के बगैर शादी नहीं होनी चाहिए।
बालियान खाप के चौधरी और भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि समाज में फैली कुरीतियों को दूर करने का संकल्प लें। अन्य खाप चौधरियों व थांबेदारों ने भी विचार रखे। कहा कि खाप चौधरी का दायित्व बहुत बड़ा होता है। अपने खाप के साथ-साथ अन्य कामों को भी जोड़ कर चलना पड़ता है। खाप चौधरी को आपस में बैर द्वेष को समाप्त करके सभी का सम्मान करना और सामाजिक कार्यों में हिस्सा लेना। खाप का आपस में प्यार और प्रेम का रिश्ता है। अध्यक्षता मास्टर रणधीर सिंह लुहारी ने और संचालन विनोद ने किया। सम्मेलन में डॉ. संजीव आर्य, हरेंद्र दांगी चौधरी यादराम, प्रमोद खामपुर के अलावा प्रधान व पूर्व प्रधान सहित अन्य गण्मान्य लोगों का सहयोग रहा।
बालियान खाप के चौधरी नरेश टिकैत, गठवाला खाप के चौधरी राजेंद्र सिंह मलिक, चौबीसी खाप के चौधरी सुभाष चौधरी, तालियान खाप के चौधरी सुधीर तालियान, धामा खाप के चौधरी जितेंद्र धामा, कालखंड खाप के चौधरी संजय सिंह, देश खाप चौधरी के प्रतिनिधि यशपाल सिंह, धनकड़ खाप के चौधरी बिजेंद्र सिंह, थांबेदार चौधरी बृजपाल सिंह, बामनोली देवेंद्र चौधरी, मलकपुर थांबेदार के प्रतिनिधि बलजोर सिंह, चौधरी श्यामसिंह बाहवड़ी, चौधरी वीरेंद्र सिंह फुगाना, चौधरी रविंद्र सिंह खरड़, लाख थांमबा के अलावा कई थांमबा के चौधरी ने दांगी खाप के चौधरी ओमपाल सिंह को पगड़ी पहनाकर तथा प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया नरेश टिकैत ने कहा कि अंतर जातीय और लव मैरिज गलत है। मां-बाप की मर्जी के बगैर शादी नहीं होनी चाहिए। बालियान खाप के चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि इस तरह से होने वाली शादियों का समर्थन खाप नहीं करता है। इसके अलावा उन्होंने कोर्ट के उन फैसलों पर भी नाराजगी जताई है। जिसमें कोर्ट ने इंटर कास्ट और प्रेम विवाह के समर्थन में फैसला दिया है। कहा कि जब से कोर्ट ने अंतर जातीय प्रेम विवाह को मंजूरी दी है, तब से माहौल खराब होता जा रहा है।
इससे पहले भी खाप पंचायतें अजीबो-गरीब फैसले सुना चुकी है। दिसंबर 2021, में खाप पंचायत ने लड़कियों की शादी 18 से 21 साल करने का विरोध जता चुकी है। खापों का तर्क था कि इससे अपराध बढ़ेंगे। शादी जल्दी होगी तो महिला अपराधों में कमी आएगी। यही नहीं खापों ने तर्क दिया था कि जब 18 साल में वोट डाल सकते हैं। ड्राइविंग लाइसेंस बनवा सकते हैं तो शादी क्यों नहीं करवा सकते हैं।
एक टिप्पणी भेजें