बुधवार, 9 फ़रवरी 2022
बजट में क्रिप्टो करंसी पर टैक्स लगाने और आरबीआई की ओर से डिजिटल करंसी लाने की घोषणाओं का निवेशकों पर सकारात्मक असर हुआ है। हालांकि इससे पहले ही क्रिप्टो की वर्चुअल चमक युवा निवेशकों को लुभाती रही है।
एक अनुमान के मुताबिक यूपी के निवेशकों ने वर्चुअल करंसी में पौने चार हजार करोड़ का निवेश कर रखा है, जबकि पूरे देश में 45 हजार करोड़ रुपये इसकी ट्रेडिंग में हैं।उद्योग एसोचैम यूपी के सह अध्यक्ष अनुपम मित्तल बताते हैं कि हाल में उद्योग संगठन ने क्रिप्टो पर मंथन किया था। पता चला कि यूपी में बड़ी संख्या में लोगों ने क्रिप्टो में निवेश किया है। कानपुर, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद आदि हैं। सिर्फ कानपुर में1100 से 1200 करोड़ का निवेश क्रिप्टो में हैक्रिप्टो में बिटकॉइन, एथेरियम, डॉगकॉइन, लिटकॉइन, पोलकाडॉट, चेनलिंक, मूनकॉइन, शिबाइनू आदि हैं। इनमें कम समय में लोगों को अच्छा लाभ हुआ है हालांकि बाद में तगड़ा नुकसान भी झेलना पड़ा है। एवोक इंडिया अध्यक्ष और लखनऊ मैनेजमेंट एसोसिएशन के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट प्रवीण द्विवेदी के अनुसार क्रिप्टो करंसी की माइनिंग कोई भी कर सकता है। बिटक्वाइन सबसे पुराना है, इसलिए लोगों को इस पर अधिक भरोसा है।
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