COVID के दौरान, देश में एक समर्पित स्ट्रेस एसेट मैनेजमेंट वर्टिकल का गठन किया गया था। ऐसे फैसलों से आज बैंकों का रिजॉल्यूशन और रिकवरी बेहतर है, उनकी हालत मजबूत हो रही है और उनमें एक अंतर्निहित ताकत मिल रही है हमने 2014 से पहले सभी मुद्दों के समाधान के लिए सड़कें ढूंढीं। हमने एनपीए के मुद्दे को संबोधित किया, बैंकों का पुनर्पूंजीकरण किया, उनकी ताकत बढ़ाई, आईबीसी जैसे सुधार लाए, कानूनों में सुधार किया, ऋण वसूली न्यायाधिकरण को मजबूत किया: पीएम ने 'निर्बाध क्रेडिट प्रवाह और आर्थिक विकास के लिए सिनर्जी बनाएं' पर संगोष्ठी में ' जब कोई बैंक का कर्ज लेकर भाग जाता है तो उसकी खूब चर्चा होती है। लेकिन जब एक साहसी सरकार उन्हें वापस लाती है, तो कोई इस पर चर्चा नहीं करता है। पिछली सरकार के शासन के दौरान हुए लाखों-करोड़ों रुपये में से 5 लाख करोड़ रुपये से अधिक की वसूली की गई है: पीएम नरेंद्र मोदी
When someone runs away with bank loans, it is discussed a lot. But when a daring govt brings them back, nobody discusses it. More than Rs 5 Lakh Crores have been recovered out of the lakhs and crores of Rupees that were struck during the previous govts' regime: PM Narendra Modi pic.twitter.com/20r4jTrwKF
— ANI (@ANI) November 18, 2021
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